Tuesday, November 2, 2021

जानिए क्या है सफलता पाने के सरल नियम ?

जानिए क्या है सफलता पाने के सरल नियम ? सफलता एक उपलब्धि है लकिन जब सफलता का एहसास होता है तो वो खशियो से परिपूर्ण होता है ! सफलता को पाने के कुछ नियम भी है जो आप को सफलता पाने में मदत कर सकते है ! सफलता इस अहसास पर निर्भर करती है की आप का लक्ष्य क्या है और आप उस लक्ष्य को पाने के लिए कितने सजग है ! इसीलिए लक्ष्य निर्धारण तभी करे जब आप समझे की आप के लक्ष्य की और बढ़ने से आप को खुशी का एहसास होता है ! सुने में ये बहुत सामान्य सी बात है ! लकिन अगर आप का लक्ष्य निर्धारण आप को खुशी दे रहा है तो जान लीजिए की आप सफलता की और पहला कदम रख चुके है !
आज हम जाने गए की लक्ष्य प्राप्ति को कैसे निर्धारित करे और कैसे आप उस लक्ष्य प्राप्ति के लिए सही दिशा चुन सकते है ! सफलता तब तक आप से दूर है जब तक आप उसे समझ नहीं जाते तो समझने के लिए हम एक काल्पनिक लक्ष्य निर्धारित करते है ! लक्ष्य कुछ भी हो सकता है !
किसी वस्तु की प्राप्ति से ले कर खुश रहना भी एक लक्ष्य हो सकता है ! चलो मान लेते है की आप एक सफल व्यक्ति बनना चाहते है जिस का लक्ष्य, एक जयादा सैलरी वाली जॉब पाना है ! सफलता का रास्ता (लक्ष्य) एक होते हुआ भी अलग हो सकता है क्यों की ये समय और परिस्थिति दोनों पर निर्भर करता है ! तो चलिए जानते है की सफलता कैसे प्राप्त की जा सकती है ! सफलता पाने के लिए आप को एक नक्शा बनाना चाहिए जो आप को बता सके की आप किस तरह से आगे बढ़ेगे और कौन सा रास्ता चुने गे!
अगर आप एक हाई सैलरी जॉब पाना चाहते है तो ये इस बात पर निर्भर करे गे की आप अपनी फील्ड में कितने पारंगत है ! तो इस लिए विषय वस्तु का अध्ययन जरुरी है !
अब जो मैं लिखने जारहा हूँ वो आप को साधारण सी बात लगे गी, लकिन ये आप को एक शक्ति प्रदान करे गी और इसको जाने के अगलेय ही पल से बदलाव शुरू हो जाये गा! आप को करना ये है की आप अपनी इन्द्रियों को सफलता के लिए तैयार करे ! जैसे सुनकर समझने की शक्ति आप को और आप के लक्ष्य की दुरी को बहुत ही प्रभावी तरीके से कम कर सकती है ! मनुष्य के जीवन का एक बहुत बड़ा भाग बात करने और सुने में व्यतीत होता है ! और सुनकर प्रतिक्रिया करना आप के जीवन में बदलाव ला सकती है ! सुन्ना एक साधारण सी प्रक्रिया है लकिन जब आप इस से मिलने वाले लाभ को निर्धारित कर के ग्रहण करना शुरू कर देते है तो आप का पूरा जीवन कुछ ही समय में बदल जाये गा! आप क़ो करना सिर्फ इतना है की बात क़ो समझने के बाद उस से होने वाले लाभ के बारे में सोचना है ! पहले तो ये आप क़ो बहुत अजीब लगे गा और आप परेशान हो जाये गे लकिन बाद में आप समझ जाये गए की आप बात की विशेषता क़ो बहुत जल्दी परखने लगे है और आप धीरे धीरे ये समझने लगे गए की आप प्रतिदिन कुछ न कुछ लाभ से लाभान्वित हो रहे है ! और ये आप क़ो अधिक जागरुख बना देगा फल स्वरूप आप कम बोलने लगे गए क्यों की जो आप क़ो खुशी देने लगा है वो आप क़ो सुनने के प्रति आप की उत्सुकता क़ो बड़ा देगा ! यही नहीं इस बात का असर आप की संगत पर भी होगा और वह सहज रूप से बदल जाये गई और ऐसा तभी होगा जब आप अपने लक्ष्य क़ो सर्वोपरि समझे और उसकी प्राप्ति की और अगर सर होते रहे ! अगर आप इस खुशी क़ो ग्रहण करने लगे गए तो आप की दूसरी इन्द्रिया भी इससे प्रभावित हो गी और आप क़ो लक्ष्य तक पहुंचने में आसानी होगी
जल्द ही हम जाने गए दूसरे नियम जो आप के वयक्तित्व क़ो आप के लक्ष्य के अनुकूल बना देगा - धन्यवाद Read More - सफलता का दूसरा नियम

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